लोन क्या है? भारत में लोन कितने प्रकार के होते है? Personal loan kya hai? (2024) लोन लेने से पहले जानले ये बात?

 लोन क्या है? भारत में लोन कितने प्रकार के होते है? लोन लेने से पहले जानले ये बात? 

- आज की बदलती हुई डिजिटल दुनिया में, लोन अब कोई अज्ञात शब्द नहीं है। लोग अपनी ज़रूरतें तथा उद्देश्यों की पूर्ति के लिए ऋण लेते हैं, यह शादी, यात्रा, घर खरीदना, उच्च शिक्षा और कई अन्य कारणों के लिए हो सकता है। अगर हम चर्चा करें कि लोन क्या है? या लोन का मतलब क्या है? तो मूल रूप से लोन किसी व्यक्ति या संगठन से ली गई राशि है, जिसका उपयोग हम कुछ अप्रत्याशित खर्चों को प्रबंध करने या वित्तीय आपात स्थितियों से निपटने के लिए करते हैं। जब कोई व्यक्ति अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए ,बैंक से या किसी अन्य वित्तीय संस्थानों से पैसे उधार लेता है, तो उसे ऋण या लोन कहा जाता है। जो ऋण लेता है उसे उधरकरता कहते हैं। उदरकरता को लोन की राशि एक निश्चित समय अंतराल में ब्याज सहित ऋण दाता को चुकाना पड़ता है। लोन लेने के बहुत सारी वजह हो सकती हैं ,जैसे कि अपना घर बनाना, गाड़ी खरीदना, व्यवसाय करना या शिक्षा के लिए इत्यादि। 

Loan kya hai hindi? 2024







भारत में कितने तरह का लोन होता है? 

- भारत में निम्न तरह का लोन होता है:-

  1. होम लोन- हर व्यक्ति का सपना अपने घर का होता है। कुछ लोग इसे अपने दम पर पूरा कर लेते हैं ,और कुछ लोग बैंकों से लोन लेकर इसे पूरा करते हैं । इसका मतलब इसके नाम से ही पता चलता है। होम लोन लेंडार द्वारा घर खरीदने या बनाने के लिए लिया जाता है । 
  • होम लोन की ब्याज दरें 7% प्रतिवर्ष से 7.5प्रतिशत प्रतिवर्ष के बीच शुरू होती है । लोन को आप सामान मासिक किस्त EMI में चुका सकते हैं । ऋण से मूल्य एलटीवी अनुपात आमतौर पर 80% होता है। इसका मतलब है उधारकरता संपत्ति के मूल्य का 80% तक ही ऋण प्राप्त कर सकता है। 
2) गोल्ड लोन:-
गोल्ड लोन लेन्दारो के स्वामित्व वाले सोने के बदले लिया जाता है। यहां सोना ऋण दाता के लिए एक सुरक्षा के रूप में कार्य करता है । जिसे उधार करता ऋण दाता के पास सोना गिरवी रख सकता है । और उनसे धन प्राप्त कर सकता है। 

3) संपत्ति का लोन:- यह एक प्रकार का मॉटरेज लोन है, जिसके द्वारा उधार करता अपनी संपत्ति को ऋण दाता के पास गिरवी रखकर धन प्राप्त कर सकता है। संपत्ति ऐवज में लोन आवासीय और व्यावसायिक दोनों तरह की संपत्ति पर लिया जा सकता है। 

4) शिक्षा लोन:- यदि कोई गुणवत्ता पूर्ण या उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहता है, तो उसे लाखों रुपए खर्च करने होंगे ऐसे मामलों में एजुकेशन लोन मौद्रिक सहायता प्रदान करता है। शिक्षा ऋण पर ब्याज दर 8.85 परसेंट प्रति वर्ष से शुरू हो सकती है ,शिक्षा ऋण की आदयेगी आमतौर पर शिक्षा पूरी होने के 12 महीने बाद शुरू होती है। 

5) प्रतिभूतियों पर लोन:- प्रतिभूतियों पर loan  एक ऐसा ऋण है, जिसमें आप अपने शेयर और म्युचुअल फंड या जीवन बीमा पॉलिसीयों को अपनी ऋण राशि के विरुद्ध बैंक को संपर्क सभी के रूप में गिरवी रख सकते हैं। प्रति भूमियों पर ऋण आमतौर पर आपके द्वारा अपनी प्रति भूमियों को जमा करने के बाद आपके खाते में एक ओवरड्राफ्ट सुविधा के रूप में पेश किया जाता है। 
6) Corporate/ बिजनेस या व्यवसाय लोन:- कॉरपोरेट बिजनेस या व्यवसाय लोन छोटे और मध्यम आकार की फार्मो को विभिन्न आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद करने के लिए दिया जाता है। इन ऋणों का उपयोग विभिन्न प्रकार के चीजों के लिए किया जा सकता है, जो कंपनी को आगे बढ़ाने में मदद करती है। 

*7) पर्सनल लोन(personal loan) 

- भारत में सबसे अधिक मांग वाले बैंक लोन में से एक है। पर्सनल लोन बैंक को या वित्तीय संस्थाओं द्वारा बिना किसी सिक्योरिटी के दिए गए लोन है ,पर्सनल लोन का इस्तेमाल शिक्षा, घूमने, घर बनवाने, मेडिकल खर्च या कोई गैजेट खरीदने के लिए कर सकते हैं। पैसे की कमी होने पर आप इसका इस्तेमाल अपने रोजाना खर्चों के लिए भी कर सकते हैं। पर्सनल लोन चुकाने के लिए आप अपनी जरूरत के हिसाब से रीपेमेंट अवधि चुन सकते हैं। इसके बाद आपको बराबर मासिक किस्तों या EMI देनी होगी। किस्त की राशि की गणना आपका लोन पेमेंट अवधि और ब्याज की दर के हिसाब से की जाती है। 

* सबसे अच्छे पर्सनल लोन को कैसे चुना जा सकता है:-

  • अपनी जरूरत के हिसाब से सबसे अच्छा पर्सनल लोन चुनने के लिए कई बातों को ध्यान में रखना चाहिए। समय जरूरत और भुगतान की क्षमता के हिसाब से लोन चुनना चाहिए । पर्सनल लोन को अनुमति मिलने में जो समय लगता है उसे भुगतान का समय कहा जाता है। 
  • लोन की राशि भुगतान का समय और ब्याज दर भी ध्यान देना चाहिए। क्योंकि इन्हीं से आपकी EMI पेमेंट तय की जाती है। जरूरी राशि पाकर कम से कम EMI और अपने हिसाब से आदयेगी का समय देखकर ही पर्सनल लोन का चुनाव करना चाहिए। 
  • अगर आप पर्सनल लोन ले रहे हैं तो एक आसान प्रक्रिया है, आपका सारा काम आसान हो जाता है लोन के भुगतान की कुल राशि ब्याज की दर और प्रोसेसिंग शुल्क मिलाकर तये की जाती है। इसलिए लोन लेते समय इन बातों को भी ध्यान में रखना चाहिए। 

* पर्सनल लोन लेने के लिए पात्रता की जांच कैसे की जाती है-

  • पर्सनल लोन के लिए आवेदन करने के पहले आपको पक्का कर लेना होगा कि आप लोन के लिए पात्र हैं या नहीं आप पर्सनल लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं अगर आप सैलरी पाने वाले डॉक्टर हैं या Ca हैं या किसी प्राइवेट कंपनी के कर्मचारी हैं, या फिर किसी पब्लिक सेक्टर के कर्मचारी हैं । 
  • आपकी उम्र 21 साल से 60 साल के बीच है। 
  • आपने किसी जगह पर काम से कम 2 साल तक नौकरी की है या 1 साल तक नौकरी किया रहना चाहिए। 
जिनकी महीने की सैलरी कम से कम ₹25000 है। 


(आपको यह जानकारी कैसे लगी blog के बारे में आपको यह ब्लॉग का पोस्ट आपको कैसा लगा। आप जरूर इस कमेंट करके बताएं और उम्मीद है कि आपको यह ब्लॉक आपको बहुत सारे नॉलेजफुल बातें आपको जानकारी प्रदान की होगी जिसे आपके जीवन में काफी  जानकारी आपके पास हो आपको ब्लॉक को अंतिम तक पढ़ने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।) 



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